पप्पा देखो मेरी काइट
आसमान से करती फाइट।
लहरा कर ये उड़ती जाती
सूरज से भी आँख मिलती।
है समीर की सगी सहेली
पेंग बढ़ाकर नभ संग खेली।
करती चिड़ियों से ये बातें
गोल-गोल जब चक्कर काटे।
नीली पीली लाल गुलाबी
आसमान मे उड़ती जाती।
पप्पा आप भी साथ मे आओ
मेरे संग पतंग उड़ाओ ।
सोनिया बहुखंडी गौड़
प्यारा दुलारा गीत....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सोनिया..
अनु
अनुपम प्रस्तुति ...
ReplyDeleteबेहद सुन्दर कविता
ReplyDeleteबहुत सुंदर बाल गीत...
ReplyDeletenys poem
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