ये संविधान गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए सजा है
गौर से देखो अमीरों की बस्ती मे ये एक मजा है।
एक औरत की आबरू कैसे बचे?,इसका कोई अनुच्छेद नहीं!!!
दोषियों को बचा लेने पर न्यायधीश को कोई खेद नहीं....
प्रस्तावना तो बस नाम की कुंजी है....
जिधर हक की लड़ाई मे उम्मीदें हमारी भूँजी हैं
ये गणतन्त्र दिवस मनाने की सज़ा बहुत बड़ी है....
लालची नेताओं की जीभ श्वान से बड़ी है.....
जन-गण चलो मन से एक गान गायें......
ये संविधान सही नहीं,चलो एक नया संविधान बनायें।
सोनिया
गौर से देखो अमीरों की बस्ती मे ये एक मजा है।
एक औरत की आबरू कैसे बचे?,इसका कोई अनुच्छेद नहीं!!!
दोषियों को बचा लेने पर न्यायधीश को कोई खेद नहीं....
प्रस्तावना तो बस नाम की कुंजी है....
जिधर हक की लड़ाई मे उम्मीदें हमारी भूँजी हैं
ये गणतन्त्र दिवस मनाने की सज़ा बहुत बड़ी है....
लालची नेताओं की जीभ श्वान से बड़ी है.....
जन-गण चलो मन से एक गान गायें......
ये संविधान सही नहीं,चलो एक नया संविधान बनायें।
सोनिया